राज्यपाल का स्वागत

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ने कानपुर देहात के प्रमुख कस्बा रनिया में जूनियर हाई स्कूल का निरीक्षण कर जाना बच्चों की शिक्षा का प्रकार और बच्चों को फल देकर किया उन्हें शिक्षा के प्रति उत्साहित इसके बाद उन्होंने बच्चों के मध्यान्ह भोजन के प्रति जागरूकता दिखाते हुए उन्होंने ने रसोई घर पहुँच खाने का स्वाद चखा और खाना बना रही आशा देवी  व चंद्रकली से पूछा कि खाने की गुडवत्ता में स्कूल के प्रधनआध्यापक कोई कमी तो नही करते है इसके बाद उन्होंने बीएसए को निर्देश देते हुए कहा कि बच्चों के शिक्षा में किसी प्रकार की कोताही बर्दास्त नही होगी जिले के जिले के मुखिया राकेश सिंह ने राज्यपाल के स्वागत में कोई कोर कसर नही छोड़ी वही सुरक्षा की दृष्टि में कप्तान अनुराग वत्स ने स्वयं सुरक्षा का प्रभार अपने कंधों में रखते हुए रनिया को छावनी में तब्दील कर दिया बताते चले कि उत्तरप्रदेश सरकार की राज्यपाल आनंदीबेन के आगमन की सूचना पाते ही जिले के कप्तान अनुराग वत्स ने रनिया की गलियों पर चप्पे चप्पे पर इतना पुलिस बल तैनात कर दिया कि कोई भी अराजक तत्व किसी प्रकार की गड़बड़ी न कर सके जगह जगह बैरी केटिंग देखकर लोग सुबह से ही असमंजस में पड़े रहे कि क्या कारण है कि रनिया में कितना पुलिस बल तैनात है आपको बता दे कि दिन बृहस्पतिवार को सुबह से ही जिले के जिलाधिकारी राकेश सिंह एवं पूरा सरकारी अमला रनिया में मौजूद रहा करीब 11 बजकर 10 मिनट पर पहुँची राज्यपाल के आगमन पर जिले के  समस्त अधिकारी एवं सदर विधायिका प्रतिभा शुक्ला व रनिया के सम्मानित प्रधान पुष्पा मिश्रा ने पुष्प गुच्छ देकर माननीय राज्यपाल का स्वागत किया वही पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वर्षी ने स्मृती चिन्ह देकर स्वागत किया इसके बाद राज्पाल के द्वारा वृक्षा रोपण किया गया तदोपरांत उन्होंने सीधे स्कूल परिसर में पढ़ रहे बलिको के बीच संवाद स्थापित किया और उन्हें  फल देकर उनका उत्साह बढ़ाया इसके बाद राज्यपाल सीधे बच्चों के खान पान कीव्यवस्था का अवलोकन किया और रसोई घर मे बनी दाल चख कर चंद्रकली और आशा देवी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के खाने के प्रति किसी प्रकार की कोताही न बरतें यदि राशन में गड़बड़ी होती है तो जिलाधिकारी को तुरंत सूचना दे इसके बाद उन्होंने बीएसए को बुलाकर कहा कि बच्चों के शिक्षा के प्रति किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नही की जाएगी लिहाजा अपने शिक्षकों पर अंकुश बनाये रखें |